रामू रावण या राम बने आचरण एक आधार जग आचरण देखकर ही पदवी देत विचार । रामू रावण या राम बने आचरण एक आधार जग आचरण देखकर ही पदवी देत विचार ।
खिलता है सौहार्द सुमन एकता विहंसति होती है। खिलता है सौहार्द सुमन एकता विहंसति होती है।
उसकी कविता मेरी बेटी के चेहरे पर खो जाती है। उसकी कविता मेरी बेटी के चेहरे पर खो जाती है।
मैं स्नेह मेरी वज़ह कविता मैं बालक मेरी क्रीड़ा कविता मैं स्नेह मेरी वज़ह कविता मैं बालक मेरी क्रीड़ा कविता
हमें क्या? हमने तो पंचशील गुटनिरपेक्ष को ताक पर रख दिया है। रूस से तो हमें बहुत कुछ सीखन... हमें क्या? हमने तो पंचशील गुटनिरपेक्ष को ताक पर रख दिया है। रूस से तो ह...
समझ सको तो समझ जाओ नकाब में छुपा दर्द कौन है, अब तुम सब भी जान जाओ। समझ सको तो समझ जाओ नकाब में छुपा दर्द कौन है, अब तुम सब भी जान जाओ।